उत्तर प्रदेश सरकार ने राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (NFSA) के अंतर्गत राशन वितरण की तिथियों में अहम बदलाव किया है। आगामी मानसून सीजन को ध्यान में रखते हुए अब पात्र लाभार्थियों को जून, जुलाई और अगस्त का राशन एडवांस में दिया जाएगा, लेकिन यह राशन अब पहले तय की गई तारीखों की बजाय संशोधित समयसारिणी के अनुसार वितरित किया जाएगा।
क्या है नया वितरण शेड्यूल?
खाद्य एवं रसद विभाग के अनुसार, अब मई माह का राशन वितरण 20 मई तक ही किया जाएगा। इसके बाद:
जून का राशन 25 मई से 5 जून तक मिलेगा।
जुलाई का राशन 10 जून से 20 जून के बीच वितरित किया जाएगा।
अगस्त का राशन 25 जून से 6 जुलाई तक प्राप्त किया जा सकेगा।
पहले योजना थी कि तीनों महीनों का राशन एक साथ 21 मई से 31 मई के बीच वितरित कर दिया जाएगा, लेकिन अब यह चरणबद्ध तरीके से किया जाएगा।
क्यों किया गया है बदलाव?
मानसून के दौरान अनाज के भंडारण, परिवहन और वितरण में आने वाली दिक्कतों को देखते हुए यह फैसला लिया गया है ताकि लाभार्थियों को समय पर राशन मिल सके और कोई परेशानी न हो।
ई-केवाईसी अनिवार्य
राशन वितरण से वंचित न रहने के लिए लाभार्थियों को अपने राशन कार्ड की ई-केवाईसी (e-KYC) अनिवार्य रूप से पूरी करनी होगी। जिन कार्ड धारकों का ई-केवाईसी अपडेट नहीं होगा, उन्हें राशन नहीं मिलेगा। इसके अलावा फर्जी राशन कार्डों की पहचान के लिए सरकार द्वारा अभियान भी चलाया जा रहा है, जिसमें हजारों अपात्र नामों को हटाया जा रहा है।
कितना राशन मिलता है?
राज्य में अंत्योदय कार्ड धारकों को प्रति राशन कार्ड 35 किलो अनाज मिलता है, जबकि पात्र गृहस्थी कार्ड धारकों को प्रति सदस्य 5 किलो अनाज दिया जाता है। अनुमानतः उत्तर प्रदेश में लगभग 3.16 करोड़ राशन कार्ड धारक हैं, जिनमें से 1.29 करोड़ से अधिक अंत्योदय श्रेणी में आते हैं।
महत्वपूर्ण सूचना
लाभार्थियों से अपील है कि वे निर्धारित तारीखों पर अपने नजदीकी राशन दुकान से राशन प्राप्त कर लें क्योंकि इसके बाद अगला वितरण सितंबर में ही किया जाएगा।