संदीप कुमार
दिलदारनगर। 5 अप्रैल को निजी मैरेज हॉल, दिलदारनगर में सम्राट अशोक की जयंती बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता भारत विकास मंच ने की। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि हिंदू डिग्री कॉलेज के प्राचार्य डॉ. श्रीनिवास कुशवाहा ने सम्राट अशोक की कल्याणकारी नीतियों पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने उन्हें इतिहास का एक महान शासक बताया, जिनकी नीतियां आज भी प्रासंगिक हैं।
कार्यक्रम के अन्य वक्ताओं में राम वकील कुशवाहा ने सम्राट अशोक को महान राजा बताते हुए उनके कार्यों को जनहितैषी बताया। रामेश्वर कुशवाहा ने अखंड भारत की परिकल्पना और भारत विकास मंच की गतिविधियों की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने मंच की सराहना करते हुए कहा कि यह मंच प्रतिभाओं को पहचान और अवसर प्रदान कर रहा है।
राधा कृष्ण गुप्त आदर्श स्कूल के हिंदी प्रवक्ता अभय मौर्य ने बेटियों की शिक्षा पर बल देते हुए इसे समाज की उन्नति से जोड़ा। वहीं ध्रुव गुप्ता ने युवाओं को अपनी दिशा चुनने और संघर्ष को स्वीकार करने की प्रेरणा दी। बेटी दर्शा ने भी बेटी शिक्षा की महत्ता पर जोर दिया।

कार्यक्रम के अंत में भारत विकास मंच के महासचिव अखिलेश कुमार मौर्य ने सम्राट अशोक के चक्रवर्ती और धर्मप्रिय सम्राट बनने की यात्रा पर विस्तृत चर्चा की। मंच के संयोजक डॉ. विनोद कुमार मौर्य ने सम्राट अशोक को वह शासक बताया, जो तलवार छोड़ कर धर्म और शांति का मार्ग अपनाने वाले “प्रियदर्शी” बन गए।
इस अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले लोगों को सम्मानित किया गया। मुक्केबाजी में ध्रुव गुप्ता को कांस्य पदक, बेटी दर्शा को मुक्केबाजी में स्वर्ण पदक।
मास्टर सुहैल साब, कवि कुमार प्रवीण, और रामवकील कुशवाहा को सम्राट अशोक स्तंभ, संविधान की उद्देशिका और पंचशील पट्टी देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के समापन पर अध्यक्ष ने सभी अतिथियों, वक्ताओं और सम्मानित जनों का आभार प्रकट किया।