जौनपुर, 18 मई 2025 — जिले के चंदवक थाना क्षेत्र में शनिवार देर रात पशु तस्करों को पकड़ने की कोशिश में ड्यूटी पर तैनात एक सिपाही की जान चली गई। घटना तब हुई जब चेकिंग के दौरान तस्करों ने पुलिस टीम पर पिकअप वाहन चढ़ा दिया और भाग निकले। इसके बाद शुरू हुई मुठभेड़ में पुलिस ने जवाबी कार्रवाई करते हुए एक तस्कर को ढेर कर दिया, जबकि दो अन्य को गोली लगी है।
जानकारी के अनुसार, चंदवक थाना क्षेत्र के खुज्झी मोड़ के पास पुलिस को सूचना मिली थी कि कुछ तस्कर पशुओं को अवैध रूप से ले जा रहे हैं। पुलिस ने मौके पर घेराबंदी की, लेकिन तस्कर पिकअप लेकर तेजी से भागने लगे। इसी दौरान, ड्यूटी पर तैनात सिपाही दुर्गेश सिंह को पिकअप ने कुचल दिया। गंभीर रूप से घायल सिपाही को वाराणसी ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
घटना के बाद जिले में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया। पुलिस ने लगभग 60 किलोमीटर तक पीछा कर तस्करों को घेरा। वाराणसी के चोलापुर थाना क्षेत्र में जब पुलिस ने उन्हें रोका, तो तस्करों ने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में एक तस्कर सलमान (निवासी मुथरापुर कोटवा, जलालपुर) को गोली लगी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। दो अन्य तस्करों के पैर में गोली लगी है, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
घटना के बाद से पुलिस महकमे में शोक की लहर है। शहीद सिपाही दुर्गेश सिंह के परिवार को सूचना दे दी गई है और उन्हें राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई देने की तैयारी की जा रही है।
पशु तस्करों की बढ़ती हिम्मत
पिछले कुछ दिनों से इस क्षेत्र में पशु तस्करों की गतिविधियां तेज़ हो गई हैं। पांच दिन पहले जलालपुर थाने की पराउगंज चौकी प्रभारी प्रतिमा सिंह और उनके साथ तीन अन्य पुलिसकर्मियों को भी इसी तरह पिकअप से कुचलने की कोशिश की गई थी। सभी का इलाज अब भी वाराणसी में चल रहा है।
पुलिस पर सवाल, तस्करों के हौसले बुलंद
पुलिस लगातार तस्करी रोकने के लिए अभियान चला रही है, लेकिन इसके बावजूद तस्करों के हौसले कम नहीं हो रहे। वारदात के बाद भी अब तक पुलिस विभाग की ओर से कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है, जिससे आम जनता और पुलिस बल के बीच असमंजस बना हुआ है।